पद्मासन करने का तरीका और फायदे | padmasana karne ka tarika aur fayde
अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए हमें कई चीजों की और आदतों को अपनाने की आवश्यकता है। जैसे नियमित व्यायाम, पोष्टिक भोजन, योग आदि। इन आदतों में सभी का पालन करना कठिन है, लेकिन योग एक ऐसा सरल और सुलभ तरीका है जिससे हम अपना शारीरिक स्वास्थ्य तो ठीक रख ही सकते हैं साथ ही मानसिक स्वास्थ्य भी सही रख सकते हैं। इसी क्रम में आज हम पद्मासन ( lotus position) के बारे में जानकारी प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं। पद्मासन 2 शब्दों के योग से बना है। यहां पद शब्द का अर्थ है कमल का फूल और आसन का अर्थ है अवस्था। बैठकर करने वाले आसनों में यह आसन सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। यह आसन न केवल ध्यान में बैठने का तरीका है बल्कि इस आसन को करने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं।
यह आसन करना बहुत सरल है फिर भी इस आसन को करते समय कुछ सावधानियां रखनी चाहिए।
यह भी पढें:- अधोमुखश्वानासन करने का तरीका और फायदे
सावधानियां
जिन लोगों को घुटनों में दर्द या सूजन है उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए।जिनको कमर दर्द अर्थराइटिस या साइटिका की परेशानी है वह यह आसन न करें।
गर्भवती महिलाओं को यह आसन नहीं करना चाहिए। अनुभवी शिक्षक की देखरेख में करें।
पद्मासन के फायदे
पद्मासन करने से पाचन तंत्र में सुधार आता है।मासिक धर्म की गड़बड़ी को ठीक करने में सहायक है। अनिद्रा को दूर करने में सहायक है।
यह आसन कूल्हों और घुटनों का लचीलापन और मजबूती बढ़ाने में सहायक होता है।
मन को शांति प्रदान होती है और तनाव में राहत मिलती है। इस आसन को करने से रक्तचाप को नियंत्रित रहता हैं।
पद्मासन करने का तरीका
सबसे पहले नरम दरी या मेट बिछाकर बैठ जाएं।दाहिने घुटने को मोड़कर बाएं जांघ पर रखें ध्यान रखें कि दाहिने पैर की एड़ी पेट को स्पर्श करें और पैर का तलवा ऊपर की तरफ हो।
यह प्रक्रिया दूसरे पैर के साथ भी करें।
हाथों को ध्यान मुद्रा में घुटनों पर रखें।
सिर और पीठ को सीधा रखें इसी स्थिति में रहकर लंबी और गहरी सांस ले।
0 टिप्पणियाँ